अपना जीवन अपने हिसाब से जिएं | Life Motivational Story

By Ramesh pal

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दोस्तों आज हम आपको जो कहानी (Life Motivational story) सुनाने जा रहे हैं वह छोटी कहानी है लेकिन आपके जीवन में एक नया मोड़ ला सकती है इसलिए इस कहानी को जरुर सुने और यह कहानी कैसी लगी है कमेंट करके जरूर बताएं तो चलिए शुरू करते हैं-

एक बार की बात है समुद्र के किनारे जब एक तेज़ लहर आयी तो एक बच्चे की चप्पल अपने साथ बहा कर ले गयी, बच्चा रेत पर अंगुली से लिखता है… “समुद्र चोर है”।

उसी समय समुद्र के दूसरे किनारे पर एक मछुवारा अपना जीवन यापन करने के लिए बहुत सारी मछलियाँ पकड़ लेता है,
और वह उसी रेत पर लिख देता है…”समुद्र मेरा पालनहार है”।

एक आदमी किसी कारणवश समुद्र में डूब कर मर जाता है,
तब उस आदमी की मां रेत पर लिख देती है… “समुद्र हत्यारा है”।

एक दिन दूसरे किनारे पर एक गरीब बूढ़ा आदमी रेत पर घूम रहा था, उसे एक बड़े सीप में एक मोती मिल गया जो की बड़ा अनमोल था, वह बूढ़ा आदमी उस रेत पर लिख देता है… “समुद्र बहुत दानी है”।

कुछ समय बाद अचानक एक बड़ी लहर आती है और सारा लिखा हुआ मिटा कर चली जाती है। इसका मतलब यह हुआ कि समंदर को फर्क नहीं पड़ता कि लोग उसके बारे में क्या सोचते है, वो हमेशा अपनी लहरों के साथ मस्त रहता है। अगर हमें भी अपने जीवन में विशाल समुद्र जैसा बनना है तो जीवन में क़भी भी फ़िजूल की बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।

अपने उफान, उत्साह, शौर्य, पराक्रम और शांति समुंदर की भांति अपने हिसाब से तय करें। लोगों की चिंता ना करें, उनकी राय परिस्थितियों के हिसाब से बदलती रहती है, इसलिए स्वस्थ रहें , मस्त रहें , हमेशा हँसते रहें,अपना ख़याल रखें और सदैव अच्छे कार्य करते रहें।

उम्मीद है आपको यह कहानी पसंद आई होगी, तो इसे अपने मित्र एवं रिश्तेदारों में जरुर शेयर करें धन्यवाद।